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इत्तेफ़ाक़ - मन की बात नेहा के साथ (part-1)
आपने अब तक पढ़ा कि नूर अपनी मासी के पास छुट्टिया बिताने आयी है, जहा नूर रॉक-राज नाम के सिंगर को एक लाइव शो में देखती है !! नूर आकर्षित है रॉक-राज की आवाज को सुन और ऑटोग्राफ लेने की कोशिश भी नाकाम सी रही इसलिए नूर उदास मन ही घर वापिस भी आ गयी !!
अब आगे...............................
अगले दिन नूर की मासी की बेटी शालिनी भी नूर से मिलने कॉलेज से छुट्टिया ले हॉस्टल से अब घर आ गयी थी !! शालिनी को जब माँ और नूर के शो देखने वाली बात पता चली तो अब शालिनी को भी शो देखना था........ वैसे भी शालिनी और नूर दोनों को म्यूजिक और गिटार का बहुत शोक था !! शालिनी ने नूर को फिर से अपने साथ चलने के लिए राज़ी किया और नूर शालिनी के साथ अगले दिन भी उसी शो पर जाने को आज त्यार थी, कही न कही कल ऑटोग्राफ न ले पाने की वजह से मन में छुपी उदासी को फिर से एक उम्मीद सी मिली थी जैसे !!
शालिनी, नूर जैसे हॉल में पहुंचे कि इतनी ऑडियंस का शोर और शो पहले से ही शुरू था !! लाइव शोज की शौखिन शालिनी बार बार झूमती नूर के साथ खूब मज़े ले रही थी !! नूर तो मानो रॉक-राज से नज़रे नहीं हटा पा रही थी !! दोनों बहनो की मस्ती और शो की ख़ूबसूरती ने समां बाँध दिया था !!
आज फिर शो ख़त्म होने के बाद उमड़ती भीड़ में नूर ऑटोग्राफ के लिए कदम पीछे ही रख भीड़ से दूरी बना एक कोने में खड़ी हो गयी !! शालिनी ने तो भीड़ को टक्कर दे ऑटोग्राफ लेने की ठानी ही थी जैसे !! भीड़ से यूँ अलग थलग खड़ी नूर और नूर का ये सादापन, सादगी ही कही न कही नूर की खासियत थी !! नूर की मासूमियत ही कही न कही कारण थी रॉक-राज के आकर्षण का जो उसे नूर की ओर आकर्षित कर रहा था !!
शालिनी जल्दी ही ऑटोग्राफ ले नूर के पास आयी और नूर को खींचती हॉल से बाहर ले गयी !! इस बार का आकर्षण शायद रॉक-राज को भी कभी भूल न पाए !! एक चेहरा नज़रो में अब समा गया था जैसे !!
नूर आज भी उदास ही बिना ऑटोग्राफ के घर आ गयी और कल शाम को नूर की वापसी भी थी !! कल के जाने की तयारियो में लगी नूर सामान पैक करने में लगी थी !! नूर अपने घर वापिस पहुंच, अपने रखे गिटार को उठा कमरे में अकेले बैठ मुस्कुराती हुई बजा रही थी, जैसे फिर से गिटार को ले कर पैशन जाग उठा हो !!
नूर ने जल्दी ही गिटार को और बेहतर सिखने के लिए गिटार-गुरु को ज्वाइन कर रिआज़ शुरू किया और कुछ महीनो बीत गए, अब नूर को गिटार-गुरु से पता चला कि शहर में दो दिन बाद रॉक-राज के शो का आयोजन होने को है !! साथ ही गिटार-गुरु की अगली बात सुन तो नूर की ख़ुशी सातवे आसमान पर थी !! इत्तेफ़ाक़ से नूर के गिटार टीचर रॉक-राज को बहुत अच्छे से जानते थे क्यों की दोनों की दोस्ती जो थी !! नूर को यकीन नहीं हो रहा था कि क्या ये सच्च है !! गिटार टीचर ने नूर को रॉक-राज से मिलवाने का वादा तक दे दिया पर नूर को अभी भी यकीन नहीं था !!
नूर को शो ख़तम होने का इंतज़ार भी था और शो ख़तम होने का सोच घबराहट भी, क्यों कि शो के बाद ही नूर को रॉक-राज से मिलने का मौका मिलने वाला था !! आखिर शो ख़त्म हुआ और कुछ समय बाद गिटार टीचर के जरिये आज नूर की रॉक-राज से एक मुलाकात भी हुई !! नूर का चेहरा एक याद तो थी ही रॉक-राज के लिए भी !! रॉक-राज को सामने खड़ा देख नूर के मुँह से एक शब्द न निकला पर मुस्कुराते हुए रॉक-राज ने खुद ही नूर के हाथ से पेपर पैन लेते हुए ऑटोग्राफ दे उसके हाथो में थमा दिया !! रॉक-राज को अच्छे से नूर की पहली झलक अब याद आ चुकी थी !!
नूर को रॉक-राज का आज फ़ोन नंबर मिल जाने पर नूर के चेहरे पर सच्च का नूर था !! ये मुलाकात नूर की सुनहरी याद सी थी !! कुछ दिन बाद जब नूर ने उसी नंबर पर एक मैसेज करने का सोचा पर नूर ने उसका जवाब आने की कोई उम्मीद नहीं रखी थी !! नूर के होश उड़ गए जब नूर को उसके मैसेज का जवाब भी आया !! नूर हैरान थी कि क्या ये सच्च हो सकता है !! क्या वो एक सेलिब्रिटी से बात कर रही है !!
उस दिन आधे घंटे की बात में एक डोर ने बाँध दिया था जैसे दोनों को !! उसके बाद बातें होने लगी और बातें दिलो की नज़दीकिया बन गयी !! एक दिन नूर को रॉक-राज ने ही मिलने के लिए आने के लिए कहा !! नूर को हाँ कहने में बहुत उलझन सी महसूस हुई पर राज के सरल व्यवहार ने नूर को भी सहज कर दिया था !! नूर ने हाँ करदी थी और आज दोनों की मुलाकात थी !! मिलने पर नूर की ख़ुशी जितनी थी उतनी ही घबराहट भी थी !!
बात बात में राज ने नूर को एक अंगूठी दिखाते उसे स्वीकार करने को कहा पर नूर का साधारण स्वाभाव नूर को रोके हुए था !! नूर के सामने घुटने पर बैठ राज का एक गुनगुनाया गाना जो किसी ऑडियंस के लिए नहीं, केवल नूर के लिए था ने नूर को भी पिघलने पर मजबूर कर दिया था जैसे !! नूर को राज की नज़रो में वो सच्चाई दिखी जो रिश्ते को निभाने के लिए जरूरी होती है !!
वो गाना गुनगुनाते जब राज ने अंगूठी नूर को पहनाई तो नूर ने भी अपार ख़ुशी से वो अंगूठी पहनते आज नए रिश्ते को दिल में जगह दी थी !! आज भी नूर वही गाना गुनगुनाती झूम उठती है.......!! इन्ही पुराने ख्यालो में खोई नूर ख्यालो से बाहर तब आती है जब राज ने आ कर नूर के साथ बगीचे में टहलते उसका हाथ थाम लिया था !! दोनों के हाथ एक दूसरे के हाथ में और वो दिल की तारो को छूता मधुर गीत !! इससे सुन्दर, खूबसूरत और कुछ भी नहीं !!
आज नूर और राज की प्यारी सी जिंदगी तो है ही और बेटे की नटखट शैतानिया उसमें और मधुर रस घोल देती है !! कभी असंभव सी लगने वाली प्रेम कहानी आज सच्चे प्यार की मिसाल है !!
हम सबने कभी न कभी महसूस किया ही है कि कुछ इत्तेफ़ाक़ जिंदगी में नए मोड़ जैसे आते है और जिंदगी का रुख बदल देने की क्षमता रखते है !!
Thank You........
disclaimer : इस कहानी के सभी पात्र (नूर, रॉक-राज, मासी, शालिनी, गिटार-गुरु और अन्य सभी चरित्र) काल्पनिक है | यहाँ पर लिखी सभी
कहानिया किसी भी धर्म, मानवता के विपरीत नहीं है | यह केवल एक मन की बात है
जो केवल readers को entertainment (मनोरंजन) करने के लिए है | यहाँ जो भी
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10 Comments
Awesome 👍
ReplyDeletethank u dear....
DeleteVery NYC 👌👌
ReplyDeletethank you inder
Delete😊
ReplyDeletethank u so much
DeleteWaiting for another stories like this one 😍😍👌👌
ReplyDeleteThank u so much...
Deletegood article keep it up
ReplyDeleteAwesome writing skill...I can imagine the whole story....
ReplyDeleteReally Nice 1