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सोच - बिटिया की पढ़ाई जरुरी या शादी !! (part-1)



जैसा कि हम सब जानते ही है कि समाज में बहुत से रीती-रिवाज, बहुत से नियम और बहुत सी मानसिक्तायें बरसो से या कई दशकों से चलती आयीं है जिनको ना किसी ने बदलना चाहा और ना ही सोचा !! और बहुत से रिवाज ऐसे है जिसको बदलने में शुरुवात हुई तो है परन्तु आज भी उन रिवाजो को बदलना एक प्रश्न जैसा है !!

आज एक बेटी के जनम पर अधिकतर परिवारों में बेटी को ख़ुशीपूर्वक स्वीकारा जाने लगा है | ख़ुशी मनाई जाती है | काफी हद्द तक इस तरह के भेदभाव से आज के समाज में बदलाव देखने को मिलता है जो कि एक अच्छा बदलाव है, परन्तु अभी भी बहुत से परिवार ऐसे है जिनकी समझ आज भी बहुत पीछे रुकी हुई है !! 

बेटी के जन्म के साथ साथ जन्म लेती है एक जिम्मेदारी !! माता पिता अक्सर बेटी के जन्म से ही extra savings का सोचने लगते है | एक ख्याल दिमाग में जरूर आता है कि इस बिटिया को शादी कर पराये घर भेजना है, मानो उसकी त्यारी उसके जन्म के तुरंत उपरान्त ही शुरू हो जाती है !! आज भी ये मानसिकता समाज का हिस्सा है कि बिटिया के लिए पैसा नहीं जोड़ेंगे तो अच्छा रिश्ता कैसे मिलेगा !! मानो मूल्य बस पैसे भर का रह गया है, बेटी के गुणों का मूल्य क्या !!


आज की कहानी एक ऐसी बेटी को दर्शाती है :

दिशा एक अच्छे मध्य वर्गीय परिवार में जन्मी, अच्छी परवरिश में पली बड़ी, पढ़ने में अव्वल दिशा, संस्कारो से भी खूब धनि है | दिशा मेडिकल लाइन से ग्रेजुएट है और अब तो दिशा के लिए एक अच्छे घर में शादी के लिए रिश्ते की बात भी चल रही है |  आज दिशा के लिए बहुत बड़ा दिन है, दरअसल दिशा डॉक्टर बनना चाहती है और उसने medical entrance test का exam दिया है जिसका नतीजा आज आने को है | दिशा ने ये बात घर पर किसी को नहीं बतायी है की उसने कोई परीक्षा दी है !! उसे नहीं पता वो सफल होगी भी या नहीं !! दूसरी तरफ आज ही लड़के वालो की ओर से रिश्ते के लिए मंजूरी का फ़ोन घर वालो की नयी ख़ुशी का कारण है | 

शाम तक दिशा का नतीजा आया, दिशा ने बहुत अच्छे रैंक से परीक्षा में सफलता हांसिल की है | दिशा का मन बहुत खुश है परन्तु साथ में कई उलझनों में उलझा भी है !!

लड़के वालो की तरफ से मंजूरी !! पर दिशा तो आगे पढ़ना चाहती है !! माँ पापा, बड़ा भाई सब शादी के लिए मंजूरी सुन अब आगे के लिए उत्साहित है !! इसी बीच दिशा कैसे अपनी बात रखे !! कमरे में दिशा के पापा तो अब तक की दिशा के लिए सेविंग्स का हिसाब लगाने बैठे (जो सेविंग दिशा के जनम से ही उसके लिए की जा रही थी) तो दूसरी और भाई ने भी अपनी अब तक की हुई सेविंग्स का विवरण देते हुए पापा का होंसला बढ़ाया | "शादी धूम धाम से होगी पापा चिंता ना करे"- दिशा के भाई ने पापा को बोलते हुए कहा | 

दिशा कमरे से बाहर खड़ी ये सब सुनती हुई हिम्मत करते हुए अपनी बात कहने के लिए कमरे में प्रवेश करती है पर अपने में ही कुछ डरी, कुछ उलझी दिशा, मानो एक शब्द न निकला मुँह से !! कहे भी तो कैसे पढ़ाई के लिए मोटी फीस भी तो देनी है !! फीस की बात भी कैसे कहे !!

अपने आप को समझाती दिशा खुद से ही लड़ रही हो जैसे !! शाम तक दिशा ने सबके सामने हाथ जोड़ते हुए अपनी बात रखी |  मानो बात सुनने के बाद घर में एक अलग ही सन्नाटा हो | "माँ-पापा, भईया मैं आगे पढ़ना चाहती हूँ, डॉक्टर बनना चाहती हूँ, अच्छा रैंक हांसिल किया है मैंने, इस अवसर को यूँ ही नहीं गवाना चाहती" - दिशा ने झुकी पलकों से सबको कहा |

"इतने पैसे क्या पेड़ पर उगते है !! कैसे पूरी होगी डॉक्टरी की पढ़ाई !! इतना अच्छा रिश्ता बार बार नहीं मिलता" - दिशा की माँ ने गुस्से में बोला |

"माँ, शादी के लिए तो कई लाखो का बजट अभी त्यार था !! पापा भईया को बता रहे थे की कुछ सेविंग्स मेरे लिए की है, मेरी फीस उससे हो  जायेगी" - दिशा ने नम्रता से बोला |

"सब पैसा फीस में ही लगा देंगे, तो कल को अच्छा रिश्ता कैसे मिलेगा !!" - दिशा की माँ ने माथे पर हाथ पटकते कहा |

( ये मानसिकता बहुत पहले से चलती आ रही है समाज में, जान कर हैरानी होती है की बहुत से घर में पढ़ाई के लिए पैसा कम पड़ जाता है परन्तु खाते में शादी के लिए पैसा सुरक्षित रखा जाता है !! ये कैसी सोच है समाज की !! अच्छा जीवन सक्षम होने से आता है, ये बात समझने की आज जरुरत है | )

क्या शादी करना अपने पैरो पे खड़े होने से ज्यादा अनिवार्य है !! क्या शादी के लिए कई लाखो का बंदोबस्त करना आसान है और पढ़ाई के लिए बहुत मुश्किल !! दिशा की आँख से आंसू छलक उठा, मानो आँखें कई सवाल कर रही थी !! दिशा की बात से घर में जैसे मायूसी सी पसर गयी थी.. | 

( ऐसा अक्सर देखा गया है, एक बेटी के माता पिता होने के नाते माँ बाप उसकी अच्छे घर में शादी कर फ़र्ज़ मुक्त हो जाना चाहते है, पर क्या एक अच्छी शिक्षा देना उस फ़र्ज़ का हिस्सा नहीं !! शादी के दिखावे भरे समारोह में लाखो का खर्च हो जाता है फिर पढ़ाई में हाथ तंग क्यों कर लिया जाता है !! ये कह कर कि अभी शादी भी करनी है पनपते होंसलो को क्यों रोक दिया जाता है !! )

दिशा के भाई ने दिशा को समझ उसका साथ दिया और घर वालो को राज़ी किया | ये काफी मुश्किल था मगर असंभव नहीं |

दिशा को एक अच्छे कॉलेज में दाखिला मिला और कुछ सालो बाद दिशा की डॉक्टर की पढ़ाई पूरी हुई | आज दिशा एक सफल डॉक्टर है और कई लोगो की जान बचाने का नेक काम कर रही है | आज दिशा के माँ पापा को दिशा पर गर्व है और वो ये बात का समर्थन करते है की "इंसान सक्षम तो भविष्य सक्षम" आज दिशा के लिए कई अच्छे घरो से रिश्ते आते है | दिशा जीवन में बहुत अच्छा कर रही है और अपने सपने को जी पा रही है !!



ये सोच आज हर माँ बाप की होनी चाहिए, आईये इस बदलाव में एक पहल करते है | समाज को आगे बढ़ाते है |

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धन्यवाद |

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